SBI Clerk notification 2025: सिर्फ 26 अगस्त तक मौका! जानें कैसे पाएं 6,589 बैंक नौकरी में से एक सीट!

SBI Clerk notification 2025: सिर्फ 26 अगस्त तक मौका! जानें कैसे पाएं 6,589 बैंक नौकरी में से एक सीट!

SBI Clerk notification 2025 के तहत 6,589 पदों पर भर्ती शुरू! आवेदन प्रक्रिया 6 अगस्त से शुरू होकर 26 अगस्त तक चलेगी। जानें पात्रता, चयन प्रक्रिया और ऑनलाइन आवेदन का सीधा लिंक। अभी आवेदन करें और सरकारी बैंक नौकरी पाएं।

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने देशभर में क्लर्क (जूनियर एसोसिएट – ग्राहक सेवा एवं बिक्री) के 6,589 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। इस भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 6 अगस्त 2025 से शुरू हो गई है। इच्छुक अभ्यर्थी SBI की आधिकारिक वेबसाइट www.sbi.co.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

यह मौका उन युवाओं के लिए एक शानदार अवसर है जो बैंकिंग क्षेत्र में स्थाई नौकरी की तलाश में हैं।

🔍 भर्ती का संक्षिप्त विवरण


घटक विवरण

भर्ती संस्था भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
पद का नाम क्लर्क (जूनियर एसोसिएट)
कुल रिक्तियां 6,589
आवेदन प्रारंभ 6 अगस्त 2025
आवेदन की अंतिम तिथि 26 अगस्त 2025
चयन प्रक्रिया प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं स्थानीय भाषा परीक्षण
आवेदन का माध्यम ऑनलाइन
आधिकारिक पोर्टल sbi.co.in

📋 कौन कर सकता है आवेदन? (पात्रता मापदंड)



🎓 शैक्षणिक योग्यता

उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Graduation) की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए।

जो अभ्यर्थी अंतिम वर्ष में हैं, वे भी आवेदन कर सकते हैं बशर्ते कि वे चयन के समय तक डिग्री पूरी कर लें।


🎂 आयु सीमा

न्यूनतम आयु: 20 वर्ष

अधिकतम आयु: 28 वर्ष (1 अप्रैल 2025 के अनुसार)

आरक्षित वर्गों को नियमानुसार आयु में छूट मिलेगी:

OBC: 3 वर्ष

SC/ST: 5 वर्ष

PwD: अधिकतम 10 वर्ष तक की छूट

🖥️ कैसे करें आवेदन? (ऑनलाइन प्रक्रिया)



1. SBI की वेबसाइट पर जाएं: sbi.co.in/web/careers


2. “जूनियर एसोसिएट भर्ती 2025” सेक्शन में जाएं


3. “Apply Online” पर क्लिक करें और नया रजिस्ट्रेशन करें


4. आवेदन फॉर्म भरें, आवश्यक दस्तावेज़ (फोटो, हस्ताक्षर) अपलोड करें


5. शुल्क का भुगतान करें और फॉर्म सबमिट करें


6. आवेदन की प्रति भविष्य के लिए सुरक्षित रखें

💰 आवेदन शुल्क (Application Fee)


श्रेणी शुल्क

सामान्य / OBC / EWS ₹750/-
SC / ST / PwD ₹0 (कोई शुल्क नहीं)

🏆 चयन प्रक्रिया (Selection Process)



SBI Clerk notification 2025 में अभ्यर्थियों का चयन तीन चरणों के माध्यम से किया जाएगा:

1. प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type)

कुल प्रश्न: 100 | समय: 60 मिनट

विषय: अंग्रेज़ी भाषा, संख्यात्मक अभियोग्यता, रीजनिंग एबिलिटी


2. मुख्य परीक्षा (Mains)

प्रश्नों की संख्या: 190 | समय: 2 घंटे 40 मिनट

विषय: सामान्य/वित्तीय जागरूकता, सामान्य अंग्रेज़ी, गणितीय योग्यता, रीजनिंग व कंप्यूटर एप्टीट्यूड


3. स्थानीय भाषा परीक्षण (LPT)

मुख्य परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को उस राज्य/क्षेत्र की स्थानीय भाषा का ज्ञान होना आवश्यक है।

📅 महत्वपूर्ण तिथियाँ (Important Dates)



इवेंट तिथि

आवेदन शुरू 6 अगस्त 2025
अंतिम तिथि 26 अगस्त 2025
प्रारंभिक परीक्षा अक्टूबर 2025 (संभावित)
मुख्य परीक्षा नवंबर 2025 (संभावित)

📚 SBI Clerk notification 2025: तैयारी कैसे करें?


पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें

ऑनलाइन मॉक टेस्ट से अभ्यास करें

करेंट अफेयर्स और बैंकिंग जागरूकता पर विशेष ध्यान दें

समय प्रबंधन की रणनीति विकसित करें

🔗 महत्वपूर्ण लिंक



👉 विज्ञापन पीडीएफ डाउनलोड करें: यहां क्लिक करें

👉 ऑनलाइन आवेदन लिंक: यहां से आवेदन करें

👉 SBI करियर पोर्टल: SBI Careers

📝 निष्कर्ष


यदि आप बैंकिंग क्षेत्र में एक स्थिर और प्रतिष्ठित करियर की तलाश कर रहे हैं, तो SBI Clerk notification 2025 आपके लिए एक बड़ा अवसर है। देश के हर राज्य में फैली शाखाओं में कार्य करने का अवसर मिलने के साथ-साथ यह एक सुरक्षित सरकारी नौकरी भी है। इच्छुक उम्मीदवार अंतिम तिथि से पहले आवेदन करें और परीक्षा की तैयारी में जुट जाएं।

सत्य बोलने वाला योद्धा चला गया! पूर्व राज्यपाल Satyapal Malik का निधन, देश में शोक की लहर!

सत्य बोलने वाला योद्धा चला गया! पूर्व राज्यपाल Satyapal Malik का निधन, देश में शोक की लहर!

पूर्व राज्यपाल Satyapal Malik का 78 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और दिल्ली के RML अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। पढ़ें पूरी खबर।

भारत के पूर्व राज्यपाल और अनुभवी राजनेता Satyapal Malik का 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में पिछले कुछ महीनों से इलाजरत थे। आज सुबह उन्होंने वहीं अंतिम सांस ली। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय का अंत हो गया है।

एक साधारण शुरुआत से राष्ट्रीय पहचान तक


Satyapal Malik का जन्म 24 जुलाई 1947 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में हुआ था। उन्होंने छात्र जीवन से ही राजनीति में रुचि लेना शुरू कर दिया था और धीरे-धीरे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशेष पहचान बनाई। अपने जीवन में उन्होंने कई राजनीतिक दलों से जुड़ाव रखा, लेकिन भाजपा में रहते हुए उन्होंने अपनी मजबूत स्थिति स्थापित की।

कई राज्यों के राज्यपाल रहे



Satyapal Malik का प्रशासनिक अनुभव भी काफी व्यापक रहा। उन्होंने कई महत्वपूर्ण राज्यों में राज्यपाल का पद संभाला, जिनमें प्रमुख हैं:

जम्मू-कश्मीर (2018-2019) – अनुच्छेद 370 हटाए जाने से ठीक पहले का संवेदनशील समय।

गोवा (2019-2020) – भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर रुख।

मेघालय (2020-2022) – किसानों के मुद्दों को लेकर केंद्र की नीतियों पर खुलकर सवाल उठाए।

सत्ता में रहते हुए भी सत्ताविरोधी आवाज



राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर रहते हुए भी Satyapal Malik ने कई बार सरकार की नीतियों की आलोचना की, विशेषकर कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के दौरान। उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार को किसानों की समस्याओं को संवेदनशीलता से हल करना चाहिए, वरना परिणाम गंभीर हो सकते हैं।

उनकी स्पष्टवादिता और बेबाकी के कारण वे कई बार चर्चा में रहे। भाजपा से जुड़ाव होने के बावजूद, उन्होंने कभी भी अपनी राय व्यक्त करने से परहेज नहीं किया।

बीमारी और अंतिम यात्रा



मई 2025 में अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें आरएमएल अस्पताल, दिल्ली में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी सेहत में सुधार नहीं हो पाया। अंततः, 5 अगस्त को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

राजनेताओं और आमजन की श्रद्धांजलि



उनके निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विपक्षी दलों के नेता, मुख्यमंत्रियों और किसान संगठनों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने उन्हें “सत्य और सिद्धांतों के लिए समर्पित नेता” बताया, वहीं विपक्षी नेताओं ने उनकी निष्पक्ष सोच की सराहना की।

कई किसान संगठनों ने भी उन्हें याद करते हुए कहा कि वो किसानों की आवाज़ थे, जो हमेशा उनके साथ खड़े रहे।

अंतिम संस्कार और पार्थिव दर्शन



उनका पार्थिव शरीर 6 अगस्त को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के पैतृक गांव हिसावदा में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। वहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

Satyapal Malik: एक प्रेरणादायक विरासत



Satyapal Malik एक ऐसे राजनेता थे जो न केवल पद की गरिमा को समझते थे बल्कि जनहित को सर्वोपरि रखते थे। उन्होंने कई बार यह साबित किया कि सच्ची राजनीति का मतलब सत्ता में रहकर भी सत्य बोलना होता है।

उनकी सबसे बड़ी खासियत थी – बेबाकी और ईमानदारी, जो आज की राजनीति में विरल होती जा रही है।

द ओवल टेस्ट में इंग्लैंड पर 6 रन की रोमांचक जीत के बाद WTC points table में तीसरे स्थान पर पहुंची टीम इंडिया!

द ओवल टेस्ट में इंग्लैंड पर 6 रन की रोमांचक जीत के बाद WTC points table में तीसरे स्थान पर पहुंची टीम इंडिया!

ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2027 में भारत ने इंग्लैंड को 6 रन से हराकर WTC points table में तीसरा स्थान हासिल किया। जानिए मैच हाइलाइट्स, WTC अंक तालिका और आगे का शेड्यूल।

4 अगस्त को लंदन के द ओवल मैदान पर खेले गए रोमांचक टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 6 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज़ 2-2 से बराबर कर दी। इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल भारत को टेस्ट सीरीज़ में सम्मानजनक स्थिति दिलाई, बल्कि ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के WTC points table में भी तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया।

भारत की जीत से बदला टेस्ट चैंपियनशिप का समीकरण



इस मुकाबले में भारत को जीत के साथ 12 महत्वपूर्ण अंक मिले, जिससे उसका कुल स्कोर 28 पॉइंट्स हो गया। अब भारत का पॉइंट्स प्रतिशत (PCT) 46.67% है और इसी के साथ उसने WTC points table में तीसरा स्थान हासिल कर लिया है।

WTC points table 2025-27 (4 अगस्त 2025 तक):



स्थान टीम खेले गए मैच कुल अंक PCT (%)

1 ऑस्ट्रेलिया — 3 36 100.00
2 श्रीलंका — 2 16 66.67
3 भारत — 5 28 46.67
4 इंग्लैंड— 5 26 43.33
5 बांग्लादेश — 2 4 16.67


> नोट: ICC द्वारा लागू नियमों के अनुसार WTC में टीमों की रैंकिंग का आधार पॉइंट्स प्रतिशत (PCT) होता है, न कि केवल जीते हुए मैच।

ओवल टेस्ट: एक सांस रोक देने वाला मुकाबला



यह टेस्ट मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक शानदार अनुभव रहा। इंग्लैंड के तेज़ और आक्रामक ‘बाज़बॉल’ शैली के सामने भारत की गेंदबाज़ी ने अंतिम दिन कमाल कर दिखाया। जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने दबाव में शानदार गेंदबाज़ी करते हुए इंग्लैंड को लक्ष्य से मात्र 6 रन दूर रोक दिया।

भारतीय खिलाड़ियों का दमदार प्रदर्शन



इस ऐतिहासिक जीत में कई खिलाड़ियों ने शानदार भूमिका निभाई:

जसप्रीत बुमराह: निर्णायक समय पर विकेट लेकर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

रवींद्र जडेजा: बल्ले और गेंद दोनों से योगदान देते हुए मैच में संतुलन बनाए रखा।

यशस्वी जायसवाल: पहले पारी में ठोस अर्धशतक के साथ एक मजबूत शुरुआत दी।

ऋषभ पंत: विकेटकीपिंग में शानदार वापसी के साथ तेज़ रन बनाकर टीम को सहारा दिया।

इंग्लैंड के लिए बड़ा झटका



इंग्लैंड के लिए यह हार काफी निराशाजनक रही। जीत से महज 6 रन दूर रह जाना उनकी रणनीति और मानसिकता पर सवाल खड़े करता है। इस हार के बाद इंग्लैंड अब WTC points table में पांचवें स्थान पर खिसक गया है, जिससे उनकी फाइनल में पहुंचने की संभावनाओं को झटका लगा है।

WTC 2027 फाइनल की ओर भारत का सफर



इस जीत ने भारत की WTC 2027 फाइनल की ओर यात्रा को नया मोड़ दिया है। आने वाले महीनों में भारत को कई महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज़ खेलनी हैं:

बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू सीरीज़ (2 टेस्ट)

ऑस्ट्रेलिया का दौरा (5 टेस्ट)

दक्षिण अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज़


अगर भारत इन मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन करता है, तो वह WTC 2027 फाइनल में जगह बना सकता है, जिसका आयोजन लॉर्ड्स में होगा।

निष्कर्ष: भारत ने दिखाई असली ताकत



ओवल में मिली रोमांचक जीत सिर्फ एक टेस्ट मैच नहीं थी, बल्कि यह भारतीय टीम की धैर्य, अनुभव और रणनीति का उदाहरण थी। इस जीत ने न केवल WTC की दौड़ में भारत की स्थिति मजबूत की है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि टीम इंडिया अब फिर से पटरी पर लौट आई है और फाइनल की दौड़ में मजबूती से खड़ी है।

2030 तक 45% भारतीय महिलाएं रहेंगी सिंगल: TOI ‘Love Bytes’ शो में डॉ. रचना खन्ना सिंह ने बताई वजह!

2030 तक 45% भारतीय महिलाएं रहेंगी सिंगल: TOI ‘Love Bytes’ शो में डॉ. रचना खन्ना सिंह ने बताई वजह!

2030 तक 45% भारतीय महिलाएं शादी नहीं करेंगी, यह कहना है TOI के Love Bytes शो में डॉ. रचना खन्ना सिंह का। जानिए इस बदलाव के पीछे की वजहें और इसका समाज पर क्या असर होगा।

TOI Lifestyle के लोकप्रिय शो Love Bytes के तीसरे एपिसोड में जानी-मानी मेंटल वेलनेस एक्सपर्ट और रिलेशनशिप काउंसलर डॉ. रचना खन्ना सिंह ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया — 2030 तक 45% भारतीय महिलाएं शादी नहीं करेंगी और सिंगल रहना चुनेंगी। यह आंकड़ा सिर्फ एक भविष्यवाणी नहीं, बल्कि भारतीय समाज में रिश्तों, विवाह और पारिवारिक ढांचे में आ रहे गहरे बदलावों की ओर संकेत करता है।

इस विचारोत्तेजक बातचीत में डॉ. सिंह ने बताया कि कैसे आज की महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर अपने जीवन के फैसले खुद ले रही हैं और शादी को अब सामाजिक अनिवार्यता नहीं बल्कि व्यक्तिगत विकल्प के रूप में देख रही हैं।

बढ़ती स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता



डॉ. सिंह के अनुसार, इस बदलाव की सबसे बड़ी वजह है — आर्थिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त होती महिलाएं। आज की महिला सिर्फ घर संभालने वाली नहीं, बल्कि कॉर्पोरेट, प्रशासनिक और उद्यमिता की दुनिया में अपनी पहचान बना रही है।

महिलाएं अब अपने करियर, खुद की पसंद और व्यक्तिगत विकास को प्राथमिकता दे रही हैं। खासकर मेट्रो शहरों में रहने वाली महिलाएं अब शादी या रिश्तों को सामाजिक दबाव की बजाय चॉइस मानती हैं।

2030 तक 45% भारतीय महिलाएं रहेंगी सिंगल: क्या है इसके पीछे की वजहें?



डॉ. रचना खन्ना सिंह ने कई प्रमुख कारण बताए जो इस बढ़ते ट्रेंड को दर्शाते हैं:

1. शादी में देरी करना
आजकल महिलाएं जल्दी शादी करने के बजाय पहले अपनी पढ़ाई और करियर को तरजीह देती हैं।


2. करियर को प्राथमिकता देना
प्रोफेशनल लाइफ में व्यस्तता और उच्च लक्ष्य महिलाओं को पारंपरिक पारिवारिक भूमिकाओं से दूर ले जा रहे हैं।


3. सामाजिक सोच में बदलाव
अब सिंगल रहना कमजोरी नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन चुका है।


4. शादी के संस्थान में विश्वास की कमी
तलाक के बढ़ते मामले, असमानता और घरेलू तनाव ने कई महिलाओं को शादी से दूर कर दिया है।


5. तकनीक और सोशल कनेक्टिविटी
डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए महिलाएं आज बड़े समुदाय से जुड़ती हैं और अकेले रहना उन्हें मुश्किल नहीं लगता।

रिश्तों का बदलता स्वरूप



डॉ. सिंह का मानना है कि सिंगल रहने का अर्थ यह नहीं कि लोग प्यार में विश्वास नहीं करते। आज के दौर में रिश्तों की परिभाषा बदल रही है।

लिव-इन रिलेशनशिप, लॉन्ग-डिस्टेंस पार्टनरशिप, या स्वतंत्र रूप से जीने का निर्णय अब आम होते जा रहे हैं। युवा महिलाएं आज ऐसे साथी की तलाश में हैं जो समानता और समझदारी को महत्व दे, न कि सिर्फ सामाजिक स्वीकृति के लिए रिश्ते निभाए।

क्या अब शादी पुरानी बात हो चुकी है?



डॉ. सिंह इस बात से इनकार नहीं करतीं कि शादी का महत्व अब भी बना हुआ है, लेकिन इसकी परिभाषा बदल रही है। आज की महिला शादी तभी करेगी जब उसे लगे कि वह बराबरी का रिश्ता निभा रही है।

पारंपरिक पितृसत्तात्मक सोच, जिसमें महिलाएं सिर्फ घर संभालने वाली और आज्ञाकारी मानी जाती थीं, अब धीरे-धीरे कमजोर हो रही है। अब महिलाएं समानता और सम्मान की अपेक्षा करती हैं।

भारतीय परिवारों का बदलता स्वरूप



यदि 2030 तक 45% महिलाएं शादी नहीं करेंगी, तो यह भारतीय परिवार व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव लाएगा।

डॉ. सिंह के मुताबिक:

सिंगल मदर्स की संख्या बढ़ सकती है

बुजुर्गों की देखभाल के तरीके बदल सकते हैं

दोस्ती और सामुदायिक समर्थन पर आधारित परिवार बनने लगेंगे

अडॉप्शन और IVF जैसी तकनीकों को ज्यादा स्वीकृति मिल सकती है


ये सभी बदलाव इस ओर इशारा करते हैं कि अब परिवार सिर्फ खून के रिश्तों से नहीं, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव और समझ से भी बनेंगे।

समाज की भूमिका और जरूरी बदलाव



हालांकि बदलाव की हवा चल पड़ी है, लेकिन आज भी सिंगल महिलाओं को सामाजिक पूर्वाग्रहों का सामना करना पड़ता है। मकान किराए पर लेने से लेकर शादी के लिए दबाव तक, कई चुनौतियां आज भी कायम हैं।

डॉ. सिंह ने इस बात पर ज़ोर दिया कि नीतिगत बदलाव, सुरक्षा, और मानसिक स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की जरूरत है, ताकि सिंगल महिलाएं खुद को समाज में सुरक्षित और सम्मानित महसूस कर सकें।

निष्कर्ष: नए युग की ओर बढ़ता भारत


2030 तक 45% भारतीय महिलाओं का सिंगल रहना एक सामाजिक क्रांति की शुरुआत है। यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि उस बदलाव का प्रतीक है जहां महिलाएं अपने जीवन की कमान खुद संभाल रही हैं।

TOI Love Bytes में डॉ. रचना खन्ना सिंह की बातें हमें सोचने पर मजबूर करती हैं कि खुशहाल जीवन के लिए शादी जरूरी नहीं, बल्कि आत्मसम्मान, स्वतंत्रता और भावनात्मक सुरक्षा जरूरी है।

आज की भारतीय महिला अब समाज से नहीं, खुद से अपने फैसले ले रही है — और यही है एक सशक्त भारत की असली पहचान।


Shibu Soren का निधन: झारखंड के ‘दिशोम गुरु’ नहीं रहे, पूरे राज्य में शोक की लहर!

Shibu Soren का निधन: झारखंड के ‘दिशोम गुरु’ नहीं रहे, पूरे राज्य में शोक की लहर!

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के संरक्षक Shibu Soren का 81 वर्ष की आयु में निधन। पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने सर गंगाराम अस्पताल जाकर दी श्रद्धांजलि। पढ़ें पूरी रिपोर्ट उनके जीवन, संघर्ष और योगदान पर।


झारखंड के वरिष्ठ राजनेता, पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संरक्षक Shibu Soren का सोमवार की सुबह निधन हो गया। 81 वर्ष की उम्र में उन्होंने दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली। पिछले कई हफ्तों से वह किडनी से जुड़ी गंभीर समस्याओं के चलते अस्पताल में भर्ती थे।
उनके निधन की खबर से झारखंड समेत पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है।

आदिवासी पहचान के सबसे मजबूत स्तंभ



Shibu Soren को ‘दिशोम गुरु’ की उपाधि से सम्मानित किया जाता था। उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में आदिवासी समुदाय की आवाज़ को न सिर्फ बुलंद किया, बल्कि उन्हें सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए लगातार संघर्ष किया।
वह झारखंड को अलग राज्य बनाने के आंदोलन के अगुवा थे, और उनके प्रयासों से यह सपना हकीकत बना।

Shibu Soren का संघर्ष और राजनीतिक सफर



वर्ष 1972 में उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की नींव रखी।

उन्होंने संसद में कई बार झारखंड की जनता का प्रतिनिधित्व किया।

तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री पद पर आसीन रहे।

केंद्र सरकार में कोयला मंत्री के रूप में भी कार्य किया।

उनका राजनीतिक जीवन आदिवासियों की ज़मीन, जंगल और अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित था।

देश भर से श्रद्धांजलियों का सिलसिला



Shibu Soren के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राष्ट्रीय नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू दोनों ने दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,

> “Shibu Soren जी का जीवन सामाजिक न्याय और वंचित वर्गों के अधिकारों की रक्षा में समर्पित था। उनका योगदान देश कभी नहीं भुला पाएगा।”



राष्ट्रपति मुर्मू ने शोक व्यक्त करते हुए कहा,

> “Shibu Soren जी के निधन से आदिवासी समाज को अपूरणीय क्षति पहुंची है। वह एक प्रेरणा स्रोत थे।”

हेमंत सोरेन के लिए व्यक्तिगत क्षति



झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री और Shibu Soren के पुत्र हेमंत सोरेन ने पिता के निधन पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा,

> “मेरे लिए यह सिर्फ पारिवारिक नहीं, बल्कि वैचारिक नुकसान है। उन्होंने जो आदर्श दिए, वह हमेशा मेरे मार्गदर्शक रहेंगे।”



राज्य सरकार ने राजकीय शोक की घोषणा की है और अंतिम संस्कार रांची में पूरे सरकारी सम्मान के साथ संपन्न होगा।

आदिवासी समाज में शोक का माहौल



Shibu Soren के निधन से आदिवासी समाज में गहरा शोक व्याप्त है। झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के आदिवासी इलाकों में लोग उन्हें जननेता और मसीहा के रूप में याद कर रहे हैं।
उनकी अंतिम यात्रा में लाखों समर्थकों के जुटने की संभावना है।

एक जीवन जो आदर्श बना


Shibu Soren का जीवन आदिवासियों की पीड़ा, संघर्ष और सम्मान का प्रतीक था। उन्होंने हमेशा जल, जंगल, ज़मीन और अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज़ उठाई।
उनकी सोच और संघर्षों ने आने वाली पीढ़ियों को दिशा देने का काम किया है।

Shibu Soren: एक दृष्टिपात



विवरण — जानकारी

जन्म– 11 जनवरी 1944, नेमरा गांव, झारखंड
राजनीतिक दल– झारखंड मुक्ति मोर्चा
पद– तीन बार मुख्यमंत्री, कई बार सांसद
निधन– 4 अगस्त 2025, दिल्ली
कारण– किडनी की समस्या
आयु– 81 वर्ष
उपाधि– दिशोम गुरु

निष्कर्ष: विरासत अमर रहेगी



Shibu Soren का जाना सिर्फ एक नेता का जाना नहीं, बल्कि एक विचारधारा, एक आंदोलन और एक आवाज़ का मौन हो जाना है। उन्होंने झारखंड और आदिवासी समाज को जो पहचान दिलाई, वह हमेशा स्मरणीय रहेगी।
उनकी विरासत हेमंत सोरेन और अगली पीढ़ी के नेताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।



NSDL allotment status, GMP लाइव अपडेट: आवंटन आज होगा फाइनल, लिस्टिंग से पहले निवेशकों की धड़कनें तेज!

NSDL allotment status, GMP लाइव अपडेट: आवंटन आज होगा फाइनल, लिस्टिंग से पहले निवेशकों की धड़कनें तेज!

NSDL allotment status 4 अगस्त 2025 को चेक करें। जानिए कैसे करें चेक, क्या है लेटेस्ट GMP, रिफंड डेट और अनुमानित लिस्टिंग प्राइस।

नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) को लेकर निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला है। तीन दिन की सब्सक्रिप्शन विंडो के बाद अब इंतजार है आईपीओ के आवंटन (allotment) का, जो कि आज, 4 अगस्त 2025 को फाइनल होने की उम्मीद है।

NSDL के इस बहुप्रतीक्षित आईपीओ ने भारतीय निवेशकों के बीच एक मजबूत धारणा बनाई है। इस लेख में हम जानेंगे एनएसडीएल आईपीओ की पूरी जानकारी, ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) का ताजा अपडेट, और allotment स्टेटस कैसे चेक करें।

📌 एनएसडीएल आईपीओ – एक नजर में



NSDL भारत की पहली और सबसे बड़ी डिपॉजिटरी कंपनियों में से एक है। इस आईपीओ के जरिए कंपनी के मौजूदा शेयरधारकों ने अपनी हिस्सेदारी बेची है, यानी यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) था। कंपनी को इस आईपीओ से कोई नया फंड नहीं मिला है, लेकिन इसका उद्देश्य अपने ब्रांड को मजबूत करना और शेयर बाजार में मौजूदगी दर्ज कराना है।

आईपीओ ओपन: 29 जुलाई 2025

आईपीओ क्लोज: 31 जुलाई 2025

प्राइस बैंड: ₹395 – ₹412 प्रति शेयर

लॉट साइज: 36 शेयर

कुल इश्यू साइज: लगभग ₹3,150 करोड़

लिस्टिंग डेट: 7 अगस्त 2025 (संभावित)

📈 सब्सक्रिप्शन डिटेल्स – एनएसडीएल आईपीओ को मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स



एनएसडीएल के आईपीओ को सभी निवेशक कैटेगरी से बेहतरीन रिस्पॉन्स मिला:

क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs): 37.24 गुना

हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs): 24.86 गुना

रिटेल निवेशक: 5.92 गुना

कुल सब्सक्रिप्शन: 18.87 गुना


इस भारी भरकम डिमांड से साफ है कि निवेशकों को एनएसडीएल के फ्यूचर ग्रोथ और बिजनेस मॉडल पर पूरा भरोसा है।

🧾 NSDL allotment status कैसे चेक करें?



4 अगस्त 2025 को एनएसडीएल आईपीओ का आवंटन फाइनल हो सकता है। NSDL allotment status चेक करने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:

✅ 1. KFin Technologies की वेबसाइट से

वेबसाइट: https://ris.kfintech.com

‘NSDL IPO’ चुनें

पैन नंबर, एप्लिकेशन नंबर या डीमैट आईडी डालें

कैप्चा भरें और स्टेटस देखें


✅ 2. बीएसई की वेबसाइट से

वेबसाइट: https://www.bseindia.com/investors/appli_check.aspx

‘Equity’ सेलेक्ट करें

‘NSDL’ चुनें

एप्लिकेशन नंबर और पैन भरें


✅ 3. स्टॉक ब्रोकिंग ऐप्स से

Zerodha, Groww, Upstox, Angel One जैसे ऐप्स पर भी आप अपना IPO स्टेटस चेक कर सकते हैं।

📊 जीएमपी (GMP) – ग्रे मार्केट में एनएसडीएल शेयर की कीमत



एनएसडीएल आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) लगातार पॉजिटिव बना हुआ है, जो निवेशकों के बीच उत्साह दर्शाता है। 4 अगस्त की सुबह तक, GMP लगभग ₹80–₹90 प्रति शेयर तक चल रहा है, जिससे अनुमान है कि शेयर की लिस्टिंग ₹500 के आस-पास हो सकती है।

पिछले 5 दिनों का GMP ट्रेंड:

30 जुलाई: ₹60

31 जुलाई: ₹75

1 अगस्त: ₹88

2 अगस्त: ₹90

3 अगस्त: ₹85


हालांकि GMP लिस्टिंग डे प्राइस की गारंटी नहीं देता, पर इससे बाजार की भावना का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।

🏢 एनएसडीएल कंपनी प्रोफाइल



एनएसडीएल की स्थापना 1996 में हुई थी। यह भारत में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयर, डिबेंचर और म्यूचुअल फंड यूनिट्स को होल्ड करने वाली पहली डिपॉजिटरी है।

प्रमुख ताकतें:

भारत की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी

तकनीकी रूप से उन्नत प्लेटफॉर्म

बड़े-बड़े फाइनेंशियल संस्थानों का विश्वास

लगातार लाभदायक व्यवसाय मॉडल


वित्तीय प्रदर्शन (FY 2024-25):

राजस्व: ₹920 करोड़

शुद्ध लाभ: ₹280 करोड़

EBITDA मार्जिन: 38.7%

RoNW: 18.3%

🔜 आवंटन के बाद क्या होगा?



आवंटन फाइनल होने के बाद इन महत्वपूर्ण तारीखों पर नज़र रखें:

रिफंड प्रक्रिया (अस्वीकृत आवेदन): 5 अगस्त 2025

डीमैट खाते में शेयर क्रेडिट: 6 अगस्त 2025

शेयर लिस्टिंग डेट: 7 अगस्त 2025

💡 एक्सपर्ट की राय: होल्ड करें या मुनाफा लें?



मार्केट विशेषज्ञों के अनुसार, एनएसडीएल मजबूत फंडामेंटल्स वाली कंपनी है और लॉन्ग टर्म होल्ड के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है। हालांकि अगर लिस्टिंग प्राइस बहुत अधिक रहती है (20-30% प्रीमियम), तो शॉर्ट टर्म निवेशक मुनाफावसूली भी कर सकते हैं।

🔚 निष्कर्ष



एनएसडीएल आईपीओ का allotment आज फाइनल हो सकता है और ग्रे मार्केट में इसके प्रति सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहे हैं। जिन निवेशकों को शेयर मिलेंगे, वे 7 अगस्त को लिस्टिंग का बेसब्री से इंतज़ार करेंगे। वहीं, बाकी निवेशक भी सेकेंडरी मार्केट में सही एंट्री पॉइंट की तलाश में रहेंगे।

एनएसडीएल की मजबूत पोजीशन और आईपीओ में भारी सब्सक्रिप्शन इसे 2025 के सबसे चर्चित आईपीओ में शामिल कर चुकी है।

साइना नेहवाल की शादी में नया मोड़! पेरुपल्ली कश्यप संग फिर से जुड़ने की कोशिश!

साइना नेहवाल की शादी में नया मोड़! पेरुपल्ली कश्यप संग फिर से जुड़ने की कोशिश!


भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल की शादी की खबर ने फैन्स को चौंका दिया है। ओलंपिक पदक विजेता शटलर ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर अपने पति पेरुपल्ली कश्यप के साथ एक तस्वीर साझा की, जिसमें वह समुद्र और पहाड़ों की खूबसूरत पृष्ठभूमि में साथ नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर के साथ साइना ने लिखा — “फिर से कोशिश कर रहे हैं”, जिससे संकेत मिल रहा है कि दोनों के रिश्ते में फिर से सुलह की कोशिशें हो रही हैं।

ब्रेकअप की खबर ने चौंका दिया था फैन्स को


साइना नेहवाल और पेरुपल्ली कश्यप भारतीय खेल जगत की सबसे पसंदीदा जोड़ियों में से एक रहे हैं। साइना नेहवाल की शादी दिसंबर 2018 में पेरूपल्ली कश्यप के साथ हुई थी, लेकिन उससे पहले भी वे सालों से एक-दूसरे को डेट कर रहे थे। दोनों ने कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और हैदराबाद में गोपिचंद बैडमिंटन अकादमी में एक ही कोच के अंडर प्रशिक्षण लिया।

हालांकि कुछ हफ्ते पहले ऐसी खबरें आईं कि यह जोड़ी अब एक साथ नहीं है और उन्होंने आपसी सहमति से अलग होने का फैसला किया है। कहा गया कि व्यक्तिगत मतभेद और व्यावसायिक व्यस्तताएं इस फैसले के पीछे की वजह थीं। यह खबर फैन्स के लिए एक बड़ा झटका थी।

इंस्टाग्राम पर साझा की नई तस्वीर: उम्मीद की एक नई किरण


रविवार को साइना ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अपने और कश्यप के बीच रिश्ते को लेकर बड़ा संकेत दिया। इस तस्वीर में दोनों समुद्र किनारे एक शांत माहौल में मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं। पोस्ट के कैप्शन “Trying again” (फिर से कोशिश कर रहे हैं) ने सबका ध्यान खींचा।

फैन्स और खेल जगत के सितारों ने इस पोस्ट पर प्यार और समर्थन जताया। यह साफ संकेत है कि दोनों एक बार फिर अपने रिश्ते को एक और मौका देने की कोशिश कर रहे हैं।

भारतीय बैडमिंटन की पॉवर कपल


साइना और कश्यप का रिश्ता सिर्फ पर्सनल नहीं, बल्कि प्रोफेशनल स्तर पर भी बेहद मजबूत रहा है। जहां साइना ने ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा, वहीं कश्यप भी पुरुष सिंगल्स में वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप-10 तक पहुंचे। दोनों ने एक-दूसरे को कठिन प्रशिक्षण के दिनों में प्रेरित किया और मुश्किल दौर में साथ दिया।

खेल से दूर, जिंदगी की नई राह पर



बीते कुछ महीनों में साइना ने अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स से दूरी बना रखी है, वहीं कश्यप भी अब युवाओं को कोचिंग देने और गाइड करने पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। ऐसे में शायद यह समय दोनों के लिए आत्ममंथन और रिश्तों को समझने का मौका बन गया।

सोशल मीडिया पर फैन्स की प्रतिक्रिया



साइना की पोस्ट पर फैन्स की प्रतिक्रियाएं बेहद भावुक और सकारात्मक रही हैं। कुछ लोगों ने लिखा:

“प्यार को एक और मौका देना सबसे बहादुरी भरा फैसला होता है। आप दोनों को शुभकामनाएं!”

“सिर्फ कोर्ट पर नहीं, जिंदगी में भी आप दोनों प्रेरणा हैं।”

“यह पोस्ट दिल को छू गई। उम्मीद है ये रिश्ता और मजबूत हो।”

खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर रोशनी



इस पूरी घटना ने एक महत्वपूर्ण विषय पर ध्यान दिलाया है — खिलाड़ियों का मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य। मैदान पर जीतने वाले इन चैंपियंस की भी निजी जिंदगी में चुनौतियां होती हैं। साइना और कश्यप जैसे दिग्गज अगर अपने रिश्ते की सच्चाई और संघर्ष को सामने लाते हैं, तो इससे यह संदेश जाता है कि हर इंसान को दूसरा मौका मिलना चाहिए — चाहे वो आम इंसान हो या कोई सुपरस्टार।

साइना नेहवाल की शादी में नया मोड़! अब आगे क्या?



हालांकि इस पोस्ट के अलावा दोनों ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन तस्वीर और कैप्शन से यह साफ है कि रिश्ते में एक नई शुरुआत की कोशिश हो रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह कोशिश स्थायी रूप से उन्हें फिर से जोड़ने में कामयाब होती है।

निष्कर्ष



साइना नेहवाल और पेरुपल्ली कश्यप न सिर्फ खेल जगत के सितारे हैं, बल्कि निजी जीवन में भी उन्होंने हमेशा एक-दूसरे के लिए सम्मान और प्यार दिखाया है। उनकी हालिया पोस्ट बताती है कि रिश्ते में दूरी आने के बावजूद वे अब एक नई शुरुआत करने के लिए तैयार हैं। यह एक सशक्त संदेश है — कि सच्चे रिश्तों को बचाने की कोशिश करना कभी गलत नहीं होता।

फैन्स की तरफ से बस एक ही दुआ — “इस बार ये साथ, हमेशा के लिए हो!”

मुज़फ्फरनगर में घरेलू विवाद बना हिंसा का कारण: पत्नी ने कथित तौर पर पति पर किया चाकू से हमला!

मुज़फ्फरनगर में घरेलू विवाद बना हिंसा का कारण: पत्नी ने कथित तौर पर पति पर किया चाकू से हमला!


उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में शनिवार शाम को एक घरेलू विवाद उस समय हिंसक रूप ले बैठा जब एक महिला ने अपने पति पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। घायल व्यक्ति की पहचान आसिफ के रूप में हुई है, जो गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में भर्ती है। इस घटना ने आमजन से लेकर पुलिस तक को चौंका दिया है, और इसके पीछे की वजहों को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।

क्या हुआ था उस शाम?



घायल आसिफ ने दावा किया कि वह अपनी पत्नी साइरा को किसी अन्य व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखकर चौंक गया था। उसका कहना है कि जैसे ही उसने दोनों को देखा, वह व्यक्ति वहां से भाग निकला और उसकी पत्नी ने उसी समय रसोई से चाकू उठाकर उस पर तीन बार वार किया। घटना के बाद पड़ोसियों ने आसिफ को गंभीर हालत में अस्पताल पहुँचाया।

आसिफ ने मीडिया से कहा, “मैं 1.5 साल से सऊदी अरब में काम कर रहा था और पिछले महीने ही लौटा हूँ। जब मैं घर पहुँचा, तो मैंने अपनी पत्नी को किसी अजनबी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा। वह आदमी भाग गया और मेरी पत्नी ने मुझ पर चाकू से हमला कर दिया।”

पुलिस की अलग राय



जहाँ एक ओर आसिफ बेवफाई का आरोप लगा रहे हैं, वहीं पुलिस को इस मामले में कुछ और ही नजर आ रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह घटना पति की नशे की लत और इसको लेकर आये दिन होने वाले झगड़ों के चलते हुई है।

सर्किल ऑफिसर राजू कुमार साव ने बताया, “पति के शराब पीने को लेकर दोनों के बीच लड़ाई हुई थी। इस झगड़े के दौरान महिला ने गुस्से में आकर पति पर चाकू से हमला कर दिया। अभी आरोपी महिला फरार है और जांच जारी है।”

उन्होंने यह भी साफ किया कि अभी तक ऐसे किसी अफेयर के सबूत नहीं मिले हैं जिनका जिक्र आसिफ कर रहे हैं।

वैवाहिक संबंधों में दरार



स्थानीय लोगों और पुलिस के अनुसार, इस दंपति के कोई संतान नहीं है। आसिफ का यह भी आरोप है कि उसकी पत्नी ने गर्भपात की गोलियाँ ली थीं, जिससे उनके बीच रिश्तों में और खटास आ गई थी। यह घटना केवल एक घरेलू विवाद नहीं बल्कि गहरे व्यक्तिगत और सामाजिक तनावों को भी दिखाती है।

दोनों पक्षों की बातों में विरोधाभास है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मामला केवल शक और बहस का नहीं बल्कि वर्षों से चल रही समस्याओं का परिणाम हो सकता है।

घरेलू विवाद: एक सामाजिक समस्या



भारत में वैवाहिक झगड़े और घरेलू विवाद के मामले सामान्य होते जा रहे हैं। कभी शक के आधार पर, कभी नशे या अवैध संबंधों को लेकर, कई बार यह कहासुनी गंभीर हिंसा में बदल जाती है। इस तरह की घटनाओं से यह समझ आता है कि वैवाहिक रिश्तों में संवाद और समझदारी की कितनी आवश्यकता है।

घरेलू हिंसा के मामलों में अक्सर कानून का झुकाव किसी एक पक्ष की ओर होता देखा गया है — कभी महिलाएं आरोप लगाती हैं कि उन्हें न्याय नहीं मिलता, तो कभी पुरुष शिकायत करते हैं कि उनके साथ भेदभाव होता है।

सोशल मीडिया पर उठी आवाज़ें



इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी खासा ध्यान आकर्षित किया है। कई लोग इसे “पारदर्शी कानूनों” की जरूरत का उदाहरण बता रहे हैं, जहाँ सभी पक्षों को बराबर सुना जाए। आसिफ ने भी यही मांग की कि पुरुषों के लिए भी घरेलू हिंसा के मामलों में कानूनी सुरक्षा होनी चाहिए।

वहीं दूसरी ओर, पुलिस का कहना है कि वे निष्पक्ष जांच कर रहे हैं और सभी पहलुओं की गहराई से पड़ताल की जा रही है।

जांच की स्थिति



घटना के एक दिन बाद तक साइरा फरार थी और पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पड़ोसियों ने बताया कि उन्होंने आसिफ को खून से लथपथ देखा और अस्पताल पहुँचाने में मदद की। पुलिस इस मामले में हर संभावित पहलू की जांच कर रही है जिसमें अफेयर, घरेलू हिंसा और शराब की लत भी शामिल हैं।

मुख्य बिंदु:



**स्थान एवं समय**: शनिवार शाम, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
**घायल व्यक्ति**: आसिफ, हाल ही में सऊदी अरब से लौटा
**आरोपी**: साइरा, पत्नी, घटना के बाद से फरार
**आसिफ का दावा**: विवाहेतर संबंध के कारण हमला
**पुलिस का मत**: पति की शराब की लत के चलते झगड़ा हुआ
**स्थिति**: मामला दर्ज, जांच जारी

निष्कर्ष


मुजफ्फरनगर की यह घटना यह दर्शाती है कि घरेलू विवाद किस हद तक विकराल रूप ले सकते हैं। चाहे कारण विवाहेतर संबंध हों या नशे की बुरी आदतें— परिणाम अक्सर गंभीर होते हैं। ऐसे मामलों में ज़रूरत इस बात की है कि समाज और प्रशासन मिलकर समय रहते ऐसे तनावों की पहचान करें, काउंसलिंग और उचित उपाय उपलब्ध कराएं, और निष्पक्ष कार्यवाही सुनिश्चित करें।



**अनुरोध:** यदि आप या आपके आसपास कोई घरेलू हिंसा से जूझ रहा है, तो नज़दीकी हेल्पलाइन या कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संपर्क करें।

25 Heart-Touching Friendship Day Quotes, तुम्हें तुम्हारे बेस्ट फ्रेंड की याद दिला देंगे!

25 Heart-Touching Friendship Day Quotes, तुम्हें तुम्हारे बेस्ट फ्रेंड की याद दिला देंगे!


Friendship Day महज़ एक तारीख नहीं होती — यह उस बंधन का जश्न है जो हमें हमारे सबसे क़रीबी दोस्तों से जोड़ता है। वो दोस्त जो हमारे हँसी के पलों में साथ होते हैं और कठिन समय में हमारा सहारा भी बनते हैं।

अगर आज आप अपने सबसे अच्छे दोस्त को मिस कर रहे हैं या उन्हें खास महसूस कराना चाहते हैं, तो ये 25 खूबसूरत उद्धरण उनके लिए परफेक्ट हैं। इन्हें पढ़ते ही आपके दिल में उनकी याद और भी गहरी हो जाएगी।

1. “सच्चा दोस्त वह होता है जो बाकी सबके हटने पर भी तुम्हारे साथ खड़ा रहे।” — वॉल्टर विनचेल


जब दुनिया साथ छोड़ दे, तब जो साथ निभाए — वही असली दोस्त होता है।

2. “दोस्त वे होते हैं जिन्हें आप खुद चुनते हैं।” — जेस सी. स्कॉट


बेस्ट फ्रेंड सिर्फ दोस्त नहीं होते, वे परिवार जैसे होते हैं।

3. “जब कोई बहुत ज़्यादा मायने रखे, तब दूरी कोई मायने नहीं रखती।” — टॉम मैकनील


अगर दिल से कनेक्शन हो, तो मीलों की दूरी कुछ भी नहीं।

4. “बेस्ट फ्रेंड वह है जो आपकी ज़िंदगी को और बेहतर बना देता है।” — अनजान


उनकी हँसी, उनका साथ — आपका हर दिन खास बना देता है।

5. “एक अच्छा दोस्त आपके किस्से जानता है, एक बेस्ट फ्रेंड उन्हें आपके साथ जीता है।” — अनजान


हर याद, हर पागलपन, उसके साथ ही तो शुरू हुआ था।

6. “सच्ची दोस्ती वहीं जन्म लेती है, जब दो लोग एक-दूसरे से कहते हैं – ‘तुम भी? मुझे लगा मैं ही अकेला था।’” — सी.एस. लुईस


वह फीलिंग… जब मन से मन जुड़ जाए।

7. “वो दोस्ती सबसे गहरी होती है, जहाँ चुप्पी भी आरामदायक हो।” — डेविड टायसन


जब बिना शब्दों के भी बातें हो जाती हैं… वही असली दोस्त होता है।

8. “बेस्ट फ्रेंड भले ही दूर हो, लेकिन दिल से कभी दूर नहीं होते।” — अनजान


सिर्फ एक मैसेज… और सब कुछ फिर से जुड़ जाता है।

9. “बचपन के दोस्त कुछ और ही होते हैं। उन्हें कोई नहीं बदल सकता।” — लीज़ा वेल्शेल


जिन्होंने आपको तब जाना जब आप खुद को नहीं जानते थे।

10.“हम अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारी कहानी हमेशा साथ रहेगी।” — एली कोंडी


वक़्त और रास्ते बदल सकते हैं, यादें नहीं।

11. “कुछ आत्माएं मिलते ही एक-दूसरे को समझ जाती हैं।” — एन.आर. हार्ट


ऐसा ‘क्लिक’ सिर्फ दिलों से होता है।

12. “एक दोस्त वो होता है जो आपके दिल का गीत पहचानता है और जब आप भूल जाओ, तो उसे गाता है।” — डोना रॉबर्ट्स


वो आपकी ताकत पहचानता है, जब आप खुद को कमजोर समझें।

13. “दोस्ती समय से नहीं, भरोसे और साथ से बनती है।” — अनजान


जो वैसे ही आपके साथ होता है — और रह भी जाता है।

14. “बेस्ट फ्रेंड को खोना मतलब खुद का एक हिस्सा खो देना।” — अनजान


दिल का वो टुकड़ा हमेशा उनकी याद दिलाता है।

15. “हमारे जितना कोई हमें एंटरटेन नहीं कर सकता!” — अनजान


वो पागलपन, वो मस्ती… बस एक बेस्ट फ्रेंड समझे।

16. “मेरी चुप्पी को भी जो समझ सके… वही तो बेस्ट फ्रेंड है।” — अनजान


शब्दों से नहीं, दिल से जुड़ा रिश्ता होता है।

17. “दोस्ती लाखों छोटी-छोटी बातों का नाम है।” — अनजान


छोटे पल, बड़ी यादें — वही तो असली दोस्ती है।

18. “हर सफल महिला के पीछे एक बेस्ट फ्रेंड होता है जो बेवकूफी भरी सलाह और दिल से सपोर्ट देता है।” — अनजान


आपका सबसे बड़ा चीयरलीडर — जो गलती में भी आपके साथ हो।

19. “ज़िंदगी दोस्तों और एडवेंचर्स के लिए बनी है।” — अनजान


आख़िरी मिनट की प्लानिंग, जो कभी ना भूलने वाली बन जाए।

20. “एक छोटा-सा मैसेज भी दिन बना देता है — जब वो बेस्ट फ्रेंड से आए।” — अनजान


शायद उन्हें मैसेज भेजने का यही सही वक्त है?

21. “जिस दिन दोस्त ना हो, वो शहद के बिना बर्तन जैसा होता है।” — विनी द पू


दोस्ती हर चीज़ को थोड़ा मीठा बना देती है।

22. “ज़िंदगी की असली दौलत लोग होते हैं, चीज़ें नहीं।” — अनजान


और सबसे कीमती होता है — एक बेस्ट फ्रेंड।

23. “सच्चे दोस्त भुलाए नहीं जाते, वे हमेशा दिल में रहते हैं।” — अनजान


वक्त गुज़रता है — रिश्ता नहीं।

24. “बेस्ट फ्रेंड — एक टैग नहीं, एक वादा होता है।” — अनजान


ये साथ वक़्त से नहीं, नीयत से चलता है।

25. “धन्यवाद, मेरी मुस्कान को और बड़ा, मेरी हँसी को और ऊँचा और मेरे प्यार को और गहरा करने के लिए।” — अनजान


अगर आपने ये उन्हें नहीं कहा, तो फ्रेंडशिप डे से बेहतर मौका क्या हो सकता है?

अंत में:


ये सभी कोट्स सिर्फ शब्द नहीं हैं, ये उन जज़्बातों को बयान करते हैं जो आप अपने सबसे अच्छे दोस्त के लिए महसूस करते हैं।

इस फ्रेंडशिप डे, इनमें से एक कोट इस्तेमाल करके अपने किसी पुराने, खास या मिसिंग फ्रेंड को मैसेज करें। कौन जानता, एक लाइन से ही पुराने रिश्ते फिर से ताज़ा हो जाएं!

**हैप्पी फ्रेंडशिप डे!**

📢 PM Kisan सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी: किसानों के खाते में पहुंचे ₹2000, जानिए पूरी डिटेल!

PM Kisan सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी: किसानों के खाते में पहुंचे ₹2000, जानिए पूरी डिटेल!

वाराणसी — देश के करोड़ों किसानों के लिए आज का दिन बड़ी सौगात लेकर आया है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के तहत 20वीं किस्त आज किसानों के खातों में भेज दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी से इस किस्त का शुभारंभ किया और खुद बटन दबाकर राशि ट्रांसफर की।

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा,

> “देश का किसान हमारे लिए सिर्फ अन्नदाता नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत का आधार भी है। इस योजना के माध्यम से हम किसानों को सीधा आर्थिक सहयोग पहुंचा रहे हैं।”

✅PM Kisan योजना का उद्देश्य क्या है?



PM Kisan सम्मान निधि योजना भारत सरकार द्वारा वर्ष 2019 में शुरू की गई थी। इसका मकसद छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता देना है। हर पात्र किसान को साल में ₹6000 तीन किस्तों में दिए जाते हैं — हर चार महीने में ₹2000 की किस्त सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।

📅 20वीं किस्त का विवरण:



तारीख: 2 अगस्त 2025

राशि: ₹2000 प्रति किसान

लाभार्थी किसान: करीब 8.5 करोड़ से ज्यादा

कुल वितरित राशि: लगभग ₹17,000 करोड़

स्थान: वाराणसी, उत्तर प्रदेश

🔍 अपनी किस्त की स्थिति कैसे जांचें?



किसान यह जानने के लिए कि उनके खाते में राशि आई है या नहीं, निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं:

1. वेबसाइट खोलें: https://pmkisan.gov.in


2. “Beneficiary Status” पर क्लिक करें।


3. अपना मोबाइल नंबर, आधार नंबर या बैंक खाता नंबर दर्ज करें।


4. “Get Data” पर क्लिक करें।


5. स्क्रीन पर आपकी किस्त की पूरी जानकारी दिखाई देगी।

🧾 किन किसानों को मिलेगा लाभ?



PM Kisan योजना का लाभ उन्हीं किसानों को दिया जाता है जो इन शर्तों को पूरा करते हैं:

उनके पास भूमि का वैध दस्तावेज होना चाहिए।

कोई भी इनकम टैक्सदाता किसान इस योजना के पात्र नहीं हैं।

परिवार में सरकारी नौकरी वाला सदस्य होने पर योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

ई-केवाईसी (e-KYC) पूर्ण होना आवश्यक है।

📌 ई-केवाईसी है जरूरी



अगर आपने अभी तक अपना e-KYC पूरा नहीं किया है, तो आपको किस्त नहीं मिलेगी। इसे आप निम्न माध्यमों से करा सकते हैं:

आधिकारिक पोर्टल पर जाकर OTP के माध्यम से।

नजदीकी CSC केंद्र पर जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन द्वारा।

🛠 ज़रूरी दस्तावेज़:



आधार कार्ड

भूमि रिकॉर्ड/खसरा नंबर

बैंक खाता विवरण

मोबाइल नंबर (आधार से लिंक हो)

📞 सहायता के लिए कहां संपर्क करें?



अगर आपकी किस्त नहीं आई है या कोई अन्य समस्या है, तो आप निम्न माध्यमों से संपर्क कर सकते हैं:

PM Kisan हेल्पलाइन: 155261 / 011-24300606

ईमेल: pmkisan-ict@gov.in

स्थानीय कृषि विभाग कार्यालय से भी जानकारी ली जा सकती है।

🌿 निष्कर्ष



PM-KISAN योजना भारत सरकार की सबसे सफल और किसान हितैषी योजनाओं में से एक बन चुकी है। इस योजना से हर साल करोड़ों किसानों को आर्थिक सहारा मिलता है, जिससे वे अपने कृषि कार्यों को बेहतर बना सकते हैं। 20वीं किस्त का जारी होना इस बात का प्रमाण है कि सरकार किसानों की भलाई को सर्वोपरि मानती है।