यूएई ने भारतीयों के लिए नामांकन-आधारित गोल्डन वीजा की शुरुआत की: अब स्थायी निवास बिना निवेश के संभव!

यूएई ने भारतीयों के लिए नामांकन-आधारित गोल्डन वीजा की शुरुआत की: अब स्थायी निवास बिना निवेश के संभव!


संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारतीय नागरिकों के लिए एक नई नामांकन-आधारित गोल्डन वीजा योजना की घोषणा की है, जो स्थायी निवास (लाइफटाइम रेजीडेंसी) प्रदान करती है — वो भी बिना किसी संपत्ति या व्यापार में निवेश के। इस योजना के तहत पात्र व्यक्ति केवल एक बार AED 1,00,000 (लगभग ₹23.3 लाख) का भुगतान करके UAE में स्थायी रूप से बस सकते हैं।

इस नई गोल्डन वीजा योजना की मुख्य बातें:

✅ जीवनभर के लिए यूएई में निवास का अधिकार

✅ कोई रियल एस्टेट या व्यापार में निवेश जरूरी नहीं

✅ सिर्फ एक बार भुगतान: AED 1,00,000

✅ योग्यता आधारित नामांकन प्रणाली

✅ विशेष रूप से पेशेवरों, उद्यमियों, कलाकारों और उच्च-प्राप्तकर्ताओं के लिए उपयुक्त


यह योजना डॉक्टरों, इंजीनियरों, आईटी पेशेवरों, शिक्षाविदों, कलाकारों और अन्य प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए UAE में करियर और जीवन का नया रास्ता खोलती है।

क्यों महत्वपूर्ण है यह बदलाव?

UAE में पहले से ही 35 लाख से अधिक भारतीय नागरिक रहते हैं। यह नया कदम दोनों देशों के बीच के आर्थिक और सामाजिक संबंधों को और मज़बूत करेगा। साथ ही यह UAE की उस सोच को दर्शाता है जिसमें वो दुनियाभर की प्रतिभाओं को आकर्षित करना चाहता है, न कि सिर्फ निवेशकों को।

आवेदन कैसे करें?

इस योजना के तहत आवेदन प्रत्यक्ष रूप से नहीं किया जा सकता, बल्कि किसी मान्यता प्राप्त संस्था या सरकारी निकाय द्वारा नामांकित होना आवश्यक है। नामांकन स्वीकृत होने के बाद, आवेदक को AED 1,00,000 की एकमुश्त राशि का भुगतान करना होगा और इसके बाद उसे स्थायी निवास अधिकार मिल जाता है।

निष्कर्ष

UAE द्वारा भारतीय नागरिकों के लिए शुरू की गई यह गोल्डन वीजा योजना एक क्रांतिकारी पहल है। यह उन भारतीयों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो बिना निवेश किए यूएई में स्थायी जीवन और करियर बनाना चाहते हैं।

इस ऐतिहासिक कदम से न केवल UAE को वैश्विक प्रतिभाओं का केंद्र बनने में मदद मिलेगी, बल्कि भारत और यूएई के रिश्ते भी और मजबूत होंगे।