नितीश कुमार रेड्डी: भारत का उभरता हुआ ऑलराउंडर सितारा!

Nitish Kumar Reddy : Indian cricketer


भारत के युवा क्रिकेटरों में जिस नाम ने हाल ही में क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान खींचा है, वह है – नितीश कुमार रेड्डी। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से ताल्लुक रखने वाले इस होनहार ऑलराउंडर ने अपनी मेहनत, जज्बे और प्रतिभा के दम पर घरेलू क्रिकेट से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक खुद को साबित किया है।




शुरुआती जीवन और संघर्ष

नितीश का जन्म 26 मई 2003 को हुआ था। बचपन में ही उन्हें क्रिकेट से प्रेम हो गया। पांच साल की उम्र से ही वे प्लास्टिक बैट से खेलना शुरू कर चुके थे। उनके पिता मुत्याला रेड्डी, जिन्होंने पहले हिंदुस्तान ज़िंक में नौकरी की थी, बेटे के सपनों को पूरा करने के लिए अपनी स्थाई नौकरी छोड़ दी। यह फैसला परिवार के लिए आर्थिक रूप से कठिन साबित हुआ, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।

नितीश की प्रतिभा को सबसे पहले पहचान मिली 2017-18 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में, जब उन्होंने नागालैंड के खिलाफ दोहरा शतक जमाया और पूरे टूर्नामेंट में 1,237 रन बनाकर बीसीसीआई का सर्वश्रेष्ठ अंडर-16 क्रिकेटर अवॉर्ड जीता। यह उनकी मेहनत और समर्पण का पहला बड़ा इनाम था।




आईपीएल में शुरुआत और अंतरराष्ट्रीय पहचान

साल 2023 के आईपीएल ऑक्शन में सनराइजर्स हैदराबाद ने नितीश को बेस प्राइस ₹20 लाख में खरीदा। हालांकि, उस सीजन में उन्हें केवल दो मैच ही खेलने का मौका मिला। लेकिन 2024 में उन्होंने जोरदार वापसी की। उन्होंने पूरे सीजन में 303 रन बनाए और 3 विकेट भी लिए। इसके लिए उन्हें आईपीएल 2024 का एमर्जिंग प्लेयर अवॉर्ड भी मिला।

इसी साल अक्टूबर में बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेला। डेब्यू में ही उन्होंने 35 गेंदों पर 74 रन ठोक डाले और गेंद से 2 विकेट भी चटकाए। इस प्रदर्शन ने उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब दिलाया।




टेस्ट क्रिकेट में ऐतिहासिक प्रदर्शन

2024-25 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट (बॉक्सिंग डे टेस्ट) में नितीश ने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 189 गेंदों में 114 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। यह पारी भारतीय टीम के लिए संकटमोचक बनी और आलोचकों को भी उनकी प्रतिभा माननी पड़ी।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने उन्हें “जीनियस” करार दिया और बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजे जाने की सिफारिश की।




खेल शैली और विशेषताएँ

नितीश एक दाएं हाथ के मिडल ऑर्डर बल्लेबाज़ हैं जो साथ ही मीडियम पेस गेंदबाज़ी भी करते हैं। भारतीय क्रिकेट में ऐसे ऑलराउंडर्स की बेहद जरूरत रही है। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 61 विकेट और दो शतक दर्ज किए हैं। टी20, वनडे और टेस्ट – हर फॉर्मेट में वह संतुलित प्रदर्शन करने में सक्षम हैं।




व्यक्तिगत जीवन और विनम्रता

नितीश की जीवन यात्रा केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं है। उनका परिवार, विशेषकर उनके पिता का संघर्ष, उन्हें मानसिक रूप से मज़बूत बनाता है। मेलबर्न शतक के बाद जब उनके परिवार ने सरप्राइज मुलाकात की, तो वह भावुक हो गए थे।
इसके बाद वे तिरुपति मंदिर गए और घुटनों के बल चढ़ाई करते हुए आभार व्यक्त किया – यह उनकी विनम्रता और श्रद्धा को दर्शाता है।




भविष्य की राह

सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें आईपीएल 2025 के लिए ₹6 करोड़ में रिटेन किया है। अब सबकी निगाहें इंग्लैंड दौरे पर हैं, जहां उनकी गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी दोनों की अग्निपरीक्षा होगी। अगर नितीश इसी तरह प्रदर्शन करते रहे, तो वे भारत के लिए एक भरोसेमंद तेज गेंदबाज़ी ऑलराउंडर बन सकते हैं।




निष्कर्ष

महज 22 साल की उम्र में नितीश कुमार रेड्डी ने जो मुकाम हासिल किया है, वह कई खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। प्रतिभा, मेहनत और विनम्रता के मेल से वे भारतीय क्रिकेट का भविष्य बन सकते हैं। आने वाले वर्षों में वे भारत के सबसे बहुमुखी क्रिकेटरों में गिने जा सकते हैं।