Saina Nehwal और पारुपल्ली कश्यप का रिश्ता खत्म, 7 साल की शादी के बाद लिया अलग होने का फैसला!

Saina Nehwal और पारुपल्ली कश्यप का रिश्ता खत्म, 7 साल की शादी के बाद लिया अलग होने का फैसला!


भारतीय बैडमिंटन की स्टार और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता Saina Nehwal ने अपने पति और पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी पारुपल्ली कश्यप से अलग होने की घोषणा की है। यह घोषणा रविवार देर रात साइना ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर की, जिसने भारतीय खेल जगत को चौंका दिया।

करीब सात साल की शादी के बाद यह जोड़ी अब अलग-अलग रास्तों पर चलने का निर्णय ले चुकी है। साइना और कश्यप की शादी दिसंबर 2018 में हुई थी। दोनों की जोड़ी को भारतीय खेल जगत की सबसे प्रेरणादायक जोड़ियों में से एक माना जाता था।

इंस्टाग्राम पर साइना ने किया इमोशनल पोस्ट


Saina Nehwal ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा:

> “कभी-कभी ज़िंदगी हमें अलग रास्तों पर ले जाती है। काफी सोच-विचार के बाद, मैं और पारुपल्ली कश्यप अलग होने का निर्णय ले रहे हैं। हम शांति, विकास और आत्म-चिकित्सा का रास्ता चुन रहे हैं – अपने लिए और एक-दूसरे के लिए। मैं उन यादों के लिए आभारी हूं जो हमने साथ में बनाई हैं और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देती हूं। कृपया हमारी निजता का सम्मान करें।”



Saina Nehwal के इस भावुक संदेश में किसी तरह की नाराजगी या नकारात्मकता नहीं दिखी, बल्कि दोनों के बीच सम्मान और समझदारी का भाव स्पष्ट रहा।

बैडमिंटन कोर्ट से जीवन साथी तक


साइना और कश्यप की मुलाकात हैदराबाद के पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में हुई थी। यहीं से उनकी दोस्ती की शुरुआत हुई और वह धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दोनों कई वर्षों तक एक-दूसरे का साथ देते रहे, चाहे वह कोर्ट पर हो या निजी जीवन में।

उनकी शादी एक निजी समारोह में हुई थी जिसमें परिवार और करीबी दोस्तों ने शिरकत की थी। दोनों ने एक साथ न केवल बैडमिंटन में सफलता पाई, बल्कि एक मजबूत और समझदार रिश्ते की मिसाल भी पेश की।

खेल जगत में हलचल


इस खबर के सामने आने के बाद खेल जगत में हलचल मच गई है। हालांकि अभी तक किसी प्रमुख खिलाड़ी या कोच की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सोशल मीडिया पर साइना और कश्यप दोनों के लिए शुभकामनाओं और समर्थन के संदेशों की बाढ़ आ गई है।

आगे की राह


बीते कुछ वर्षों में दोनों खिलाड़ी बैडमिंटन कोर्ट से दूर रहे हैं। साइना चोटों से जूझ रही हैं और वापसी की तैयारी कर रही हैं, जबकि कश्यप अब युवा खिलाड़ियों को कोचिंग देने में जुटे हैं।

अब अलग होने के बाद, दोनों अपने-अपने जीवन और करियर पर ध्यान केंद्रित करेंगे। यह फैसला उनके व्यक्तिगत विकास और मानसिक शांति की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

निष्कर्ष


Saina Nehwal और पारुपल्ली कश्यप का यह फैसला एक युग के अंत जैसा है, लेकिन जिस तरह से उन्होंने सम्मानपूर्वक यह घोषणा की है, वह लोगों को भावनात्मक रूप से छू गई है। भले ही उनके रास्ते अब अलग हों, लेकिन दोनों ने भारतीय बैडमिंटन में जो योगदान दिया है, वह हमेशा याद रखा जाएगा।

दक्षिण भारतीय सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री B Saroja Devi का 87 वर्ष की आयु में निधन!

दक्षिण भारतीय सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री B Saroja Devi का 87 वर्ष की आयु में निधन!


भारतीय फिल्म जगत की एक प्रतिष्ठित और बहुभाषी अभिनेत्री B Saroja Devi का सोमवार को निधन हो गया। वे 87 वर्ष की थीं और उम्रजनित स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थीं। उन्होंने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में अपने आवास पर अंतिम सांस ली।

भारतीय सिनेमा में एक चमकता सितारा


B Saroja Devi का नाम भारतीय सिनेमा के स्वर्ण युग की उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में आता है, जिन्होंने तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। उन्होंने 1950 और 60 के दशक में अपनी शानदार अदाकारी और सौंदर्य से सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

उनका फिल्मी सफर 1955 में शुरू हुआ था और जल्द ही वे दक्षिण भारत की सबसे अधिक लोकप्रिय अभिनेत्रियों में शुमार हो गईं। फिल्म कल्याण परिजु (1959) से उन्हें बड़ी पहचान मिली, और फिर एंगा वीट्टु पिल्लई, अनबे वा, ससुराल, पैग़ाम, और प्यार किया तो डरना क्या जैसी सफल फिल्मों ने उनकी छवि सुपरस्टार के रूप में स्थापित कर दी।

190 से अधिक फिल्मों में निभाया अभिनय


अपने करियर के दौरान उन्होंने करीब 190 से ज्यादा फिल्मों में मुख्य भूमिकाएं निभाईं। वे एम.जी. रामचंद्रन (MGR), एन.टी. रामाराव (NTR), डॉ. राजकुमार और दिलीप कुमार जैसे दिग्गज अभिनेताओं की प्रमुख सह-कलाकार रहीं। उनकी बहुआयामी अभिनय क्षमता ने उन्हें हर भाषा और क्षेत्र के दर्शकों का चहेता बना दिया।

सम्मान और उपलब्धियां


B Saroja Devi को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कारों से नवाजा गया। उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्म श्री (1969) और पद्म भूषण (1992) जैसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान प्राप्त हुए। इसके अतिरिक्त, उन्हें तमिलनाडु और कर्नाटक सरकारों द्वारा कला क्षेत्र में भी कई सम्मान दिए गए।

व्यक्तिगत जीवन और सामाजिक योगदान


B Saroja Devi का जन्म 7 जनवरी 1938 को बेंगलुरु में हुआ था। उन्होंने इंजीनियर हरि भद्राचार से विवाह किया था, जिनका निधन 1986 में हुआ। वह फिल्मों से इतर समाजसेवा और महिला सशक्तिकरण से भी जुड़ी रहीं। वे लंबे समय तक फिल्म सेंसर बोर्ड की सदस्य भी रही हैं।

श्रद्धांजलियों का दौर


उनके निधन की खबर के बाद फिल्म इंडस्ट्री और प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई। कई फिल्मी हस्तियों, नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्हें दक्षिण भारत की ‘सिल्वर स्क्रीन क्वीन’ और ‘सिनेमा की रानी’ के रूप में जाना जाता था।


निष्कर्ष:


B Saroja Devi ने जो योगदान भारतीय सिनेमा को दिया, वह अमूल्य है। वे केवल एक अभिनेत्री नहीं, बल्कि एक युग थीं। उनके जाने से भारतीय फिल्म जगत को अपूरणीय क्षति हुई है, लेकिन उनकी कला और स्मृतियां सदैव जीवित रहेंगी।

Kerala state lottery results 13 जुलाई 2025: समृद्धि SM-11 लॉटरी में कोट्टायम के भाग्यशाली विजेता ने जीता ₹1 करोड़ का पहला पुरस्कार!

Kerala state lottery results 13 जुलाई 2025: समृद्धि SM-11 लॉटरी में कोट्टायम के भाग्यशाली विजेता ने जीता ₹1 करोड़ का पहला पुरस्कार!


Kerala state lottery results राज्य लॉटरी विभाग ने आज यानी 13 जुलाई 2025 को समृद्धि SM-11 साप्ताहिक लॉटरी के नतीजों की घोषणा कर दी है। इस बार की लॉटरी का पहला पुरस्कार ₹1 करोड़ का रहा, जो कि टिकट नंबर MD 395492 को मिला है। यह विजयी टिकट कोट्टायम जिले में बेचा गया था और इसे एजेंट सुरेश कुमार एम (एजेंसी नंबर: K 5921) ने जारी किया था।

🏆 लॉटरी विजेता की जानकारी:


पहला पुरस्कार: ₹1,00,00,000

विजेता टिकट नंबर: MD 395492

टिकट बेचा गया: कोट्टायम

एजेंट का नाम: सुरेश कुमार एम (एजेंसी नंबर: K 5921)


यह लॉटरी हर हफ्ते आयोजित की जाती है और इसमें राज्य भर से लाखों लोग भाग लेते हैं। इस बार भी बड़ी संख्या में टिकट खरीदे गए, लेकिन किस्मत ने मुस्कान बिखेरी कोट्टायम के एक भाग्यशाली टिकट पर।

📲 लॉटरी रिजल्ट कहां और कैसे देखें?


लॉटरी के सभी आधिकारिक परिणाम केरल लॉटरी विभाग की वेबसाइट www.keralalotteries.com पर उपलब्ध हैं। यहां विजेता टिकट नंबरों की PDF लिस्ट प्रतिदिन निर्धारित समय पर प्रकाशित की जाती है।

आप वेबसाइट पर जाकर अपने टिकट नंबर से मिलान कर सकते हैं। इसके अलावा, कुछ अधिकृत केंद्रों और लॉटरी स्टालों पर भी विजेता सूची चस्पा की जाती है।

📋 पुरस्कार का दावा कैसे करें?


अगर आपका टिकट विजेता सूची में है, तो आपको लॉटरी पुरस्कार प्राप्त करने के लिए नीचे दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा:

1. 30 दिनों के भीतर पुरस्कार का दावा करें।


2. मूल टिकट और वैध पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि) साथ लाएं।


3. अधिक राशि के लिए आयकर कटौती लागू होती है।


4. संबंधित जिला लॉटरी कार्यालय या निदेशालय में जाकर प्रक्रिया पूरी करें।

ℹ️ केरल लॉटरी योजना क्या है?


Kerala state lottery results केरल सरकार की यह लॉटरी योजना वर्ष 1967 से चल रही है और भारत की सबसे पुरानी और भरोसेमंद लॉटरी प्रणालियों में से एक मानी जाती है। इसका उद्देश्य सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए फंड जुटाना और आम नागरिकों को भाग्य आजमाने का अवसर देना है।

📌 भविष्य की लॉटरी ड्रॉ जानकारी:


अगली लॉटरी: विन-विन, W-782

ड्रॉ तिथि: 15 जुलाई 2025

पहला पुरस्कार: ₹75 लाख




🎉 नोट: लॉटरी एक किस्मत का खेल है, इसमें निवेश करते समय सावधानी रखें।
🎯 भाग्यशाली विजेता को हार्दिक शुभकामनाएं और सभी प्रतिभागियों को अगली बार के लिए शुभकामनाएं!


यमन में फांसी की सजा का सामना कर रही Kerala nurse Nimisha Priya: पति बोले – सरकार और विदेश मंत्रालय कर रहे हैं प्रयास, सकारात्मक नतीजों की उम्मीद!

यमन में फांसी की सजा का सामना कर रही Kerala nurse Nimisha Priya: पति बोले – सरकार और विदेश मंत्रालय कर रहे हैं प्रयास, सकारात्मक नतीजों की उम्मीद!


यमन में फांसी की सजा का सामना कर रही Kerala nurse Nimisha Priya के मामले में नया मोड़ आया है। हाल ही में उनके पति ने मीडिया से बातचीत में बताया कि भारत सरकार और विदेश मंत्रालय (MEA) इस मामले को लेकर गंभीर प्रयास कर रहे हैं और उन्हें सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है।

Kerala nurse Nimisha Priya जो काम करने यमन गई थीं, को 2017 में एक यमनी नागरिक की हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया था और फांसी की सजा सुनाई गई थी। यह मामला समय के साथ मानवाधिकार संगठनों और भारतीय प्रवासी समुदाय का ध्यान आकर्षित करता रहा है, जो सरकार से कूटनीतिक हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।

उनके पति ने कहा, “भारत सरकार और विदेश मंत्रालय पूरी गंभीरता से प्रयास कर रहे हैं। उच्च अधिकारियों के बीच यमनी प्रशासन से बातचीत चल रही है और हम आशावादी हैं कि जल्द ही कोई समाधान निकल सकता है।”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विदेश मंत्रालय कानूनी विशेषज्ञों और यमन स्थित भारतीय दूतावास के साथ मिलकर सभी संभावित रास्तों पर विचार कर रहा है—चाहे वह कूटनीतिक हो या मानवीय।

यमन के कानून में “ब्लड मनी” (खून-बहर) की व्यवस्था है, जिसके तहत पीड़ित के परिवार की सहमति से दोषी की सजा माफ की जा सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कई सामाजिक संगठन और एनजीओ इस ब्लड मनी के लिए फंड जुटाने में लगे हैं ताकि पीड़ित परिवार को क्षतिपूर्ति दी जा सके।

Kerala nurse Nimisha Priya की बेटी और परिवार ने सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे हस्तक्षेप कर उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करें। पति ने यह भी बताया कि यह स्थिति उनके परिवार, खासकर बच्ची पर भावनात्मक रूप से भारी पड़ रही है।

इस मामले को एक अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें मानवीयता, कानून और सरकार की भूमिका बेहद अहम है। सोशल मीडिया पर #SaveNimishaPriya जैसे हैशटैग के ज़रिए जनता भी समर्थन दे रही है।

निष्कर्ष:
केरल की नर्स निमिषा प्रिया की फांसी की सजा को लेकर सरकार की सक्रियता और विदेश मंत्रालय की कूटनीतिक पहल से उनके परिवार को उम्मीद है कि जल्द कोई राहत मिलेगी। आने वाले सप्ताह इस मामले में निर्णायक हो सकते हैं।

Priya Nair कौन हैं? जानिए भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी HUL की पहली महिला CEO-MD के बारे में!

Priya Nair कौन हैं? जानिए भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी HUL की पहली महिला CEO-MD के बारे में!


हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL), जो भारत की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी है, ने Priya Nair को अपनी नई मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ नियुक्त किया है। यह पहली बार है जब HUL ने किसी महिला को इस शीर्ष पद पर नियुक्त किया है। वह 1 अगस्त 2025 से इस पद का कार्यभार संभालेंगी।

📌 ऐतिहासिक उपलब्धि


Priya Nair की नियुक्ति 92 साल पुराने HUL के इतिहास में पहली बार किसी महिला के सीईओ बनने की घटना है। वह रोहित जावा की जगह लेंगी, जिनका कार्यकाल 31 जुलाई 2025 को समाप्त हो रहा है। इस घोषणा के बाद कंपनी के शेयरों में करीब 5% की तेजी देखने को मिली।

📈 तीन दशकों का अनुभव


1995 में, Priya Nair ने HUL में बतौर कंज़्यूमर इनसाइट्स मैनेजर अपने करियर की शुरुआत की थी।

उन्होंने डव, रिन और कम्फर्ट जैसे ब्रांड्स के मार्केटिंग और विकास में प्रमुख भूमिका निभाई।

2014 से 2020 तक, वह HUL की होम केयर डिवीजन की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रहीं, जहां उन्होंने इस सेगमेंट में मुनाफे में जबरदस्त सुधार किया।

2022 में, उन्हें यूनिलीवर की ग्लोबल CMO (चीफ मार्केटिंग ऑफिसर) बनाया गया।

2023 से, वह यूनिलीवर के ब्यूटी एंड वेलबीइंग डिवीजन की प्रेसिडेंट हैं, जहां वह €13 बिलियन के वैश्विक कारोबार का नेतृत्व कर रही हैं।

🎓 शिक्षा और अंतरराष्ट्रीय अनुभव


Priya Nair ने मुंबई के सिडनहैम कॉलेज से बी.कॉम और सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट, पुणे से एमबीए (मार्केटिंग) किया है। उन्होंने हावर्ड बिजनेस स्कूल से कार्यकारी शिक्षा भी प्राप्त की है। फिलहाल वह लंदन में कार्यरत हैं और यूनिलीवर की वैश्विक लीडरशिप टीम का हिस्सा हैं।

🔍 क्यों है उनका नेतृत्व महत्वपूर्ण?


1. सशक्त नेतृत्व क्षमता: उन्होंने HUL के कई प्रमुख बिज़नेस यूनिट्स को मुनाफे में बदलने में सफलता पाई।


2. डिजिटल और युवा केंद्रित रणनीति: उनके नेतृत्व में कई सोशल मीडिया कैंपेन और ब्रांड रीपोजिशनिंग की गई।


3. बाजार में भरोसा: उनकी नियुक्ति के बाद शेयरों में उछाल से निवेशकों का भरोसा साफ दिखता है।

🔮 आगे की राह


हाल के वर्षों में HUL की ग्रोथ रफ्तार धीमी हुई है, लेकिन अब उम्मीद है कि Priya Nair के अनुभव और इनोवेशन आधारित दृष्टिकोण से कंपनी को नई गति मिलेगी। बोर्ड ने उन्हें पाँच साल के कार्यकाल के लिए मंजूरी दी है।


निष्कर्ष:

Priya Nair का CEO-MD बनना सिर्फ HUL के लिए ही नहीं, बल्कि कॉरपोरेट भारत में महिलाओं की भागीदारी के लिए भी एक प्रेरणादायक कदम है। अब सभी की निगाहें इस बात पर होंगी कि वह कंपनी को आगे कैसे दिशा देती हैं।

आर्चिता फुकन वायरल वीडियो: असम की इस लड़की ने सोशल मीडिया पर मचाया धमाल!

आर्चिता फुकन वायरल वीडियो: असम की इस लड़की ने सोशल मीडिया पर मचाया धमाल!

परिचय:


हाल ही में सोशल मीडिया पर एक नाम जबरदस्त चर्चा में है — आर्चिता फुकन। असम की रहने वाली यह प्रतिभाशाली युवती अपने एक वायरल वीडियो के चलते इंटरनेट सेंसेशन बन गई हैं। आइए जानें कि आखिर कौन हैं आर्चिता फुकन और उनका वीडियो इतना वायरल क्यों हो रहा है।


आर्चिता फुकन कौन हैं?


आर्चिता फुकन असम की एक उभरती हुई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, कंटेंट क्रिएटर और मॉडल हैं। वह अपने इंस्टाग्राम रील्स, यूट्यूब शॉर्ट्स और पारंपरिक अंदाज के लिए जानी जाती हैं। उनके वीडियो खासकर युवा वर्ग में बेहद लोकप्रिय हैं।


वायरल वीडियो की कहानी


2025 में एक पारंपरिक ड्रेस में डांस करते हुए आर्चिता का वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुआ। वीडियो में आर्चिता ने असम की सांस्कृतिक झलक दिखाते हुए नृत्य किया, जो लोगों को बेहद पसंद आया। इस वीडियो को लाखों बार देखा गया और कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया।


लोकप्रियता में उछाल


वीडियो वायरल होने के बाद आर्चिता की फॉलोइंग में भारी इजाफा हुआ। उन्हें भारत के कई हिस्सों से सराहना मिलने लगी और ब्रांड्स ने भी उनसे जुड़ने की रुचि दिखाई। Archita अब असम की संस्कृति को डिजिटल मंचों पर आगे बढ़ाने वाली एक नई आवाज बन चुकी हैं।


अफवाहें और सच


कुछ वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनलों ने आर्चिता फुकन के नाम पर भ्रामक वीडियो और फेक थंबनेल जारी कर दिए। इस पर आर्चिता ने खुद इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर कहा कि लोग केवल उनके आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स से ही जानकारी लें और किसी भी फर्जी कंटेंट पर विश्वास न करें।


सोशल मीडिया प्रोफाइल


Instagram: @archita_phukan_official

YouTube: Archita Phukan Vlogs

Facebook: Archita Phukan



निष्कर्ष


Archita Phukan का वायरल वीडियो यह दर्शाता है कि सोशल मीडिया किस तरह एक सामान्य युवती को भी स्टार बना सकता है, खासकर जब वह अपनी संस्कृति और टैलेंट को गर्व से प्रस्तुत करे। उनके वीडियो न केवल मनोरंजन का साधन हैं, बल्कि संस्कृति से जुड़ने का भी एक सुंदर माध्यम बन गए हैं।




अस्वीकरण: यह लेख सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध जानकारियों और सोशल मीडिया स्रोतों पर आधारित है। इसमें किसी भी प्रकार की अपमानजनक या भ्रामक जानकारी का समर्थन नहीं किया गया है।


भारत बंद 9 जुलाई 2025: मजदूरों और किसानों की नीतियों के खिलाफ 25 करोड़ से अधिक लोगों की हड़ताल!

भारत बंद 9 जुलाई 2025: मजदूरों और किसानों की नीतियों के खिलाफ 25 करोड़ से अधिक लोगों की हड़ताल!


मुख्य बातें:


9 जुलाई को देशभर में भारत बंद का आह्वान

10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का संयुक्त विरोध

25 करोड़ से अधिक श्रमिकों की भागीदारी की संभावना

केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन



भारत बंद क्यों हो रहा है?


देश की 10 प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार की श्रमिक, किसान और कॉर्पोरेट से जुड़ी नीतियों का विरोध करते हुए 9 जुलाई 2025, बुधवार को भारत बंद की घोषणा की है। यूनियनों का आरोप है कि सरकार की नीतियाँ मजदूरों और किसानों के हितों के खिलाफ हैं और इससे केवल बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंच रहा है।

इस राष्ट्रव्यापी बंद में करीब 25 करोड़ श्रमिकों और कर्मचारियों के शामिल होने की संभावना जताई गई है। इससे पहले 8 जुलाई को पूरे देश में प्रदर्शन और रैलियाँ आयोजित की गईं।


कौन-कौन हैं इस आंदोलन में शामिल?


इस बंद का नेतृत्व कर रही 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों में शामिल हैं:

सीटू (CITU)

एआईटीयूसी (AITUC)

एचएमएस (HMS)

एआईसीसीटीयू (AICCTU)

एलपीएफ (LPF)

टीयूसीसी (TUCC)

अन्य राज्य स्तरीय और क्षेत्रीय संगठनों का भी व्यापक समर्थन मिल रहा है।



किन सेवाओं पर पड़ सकता है असर?


भारत बंद के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में निम्नलिखित सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं:

बैंकिंग सेक्टर: सरकारी बैंकों में कामकाज प्रभावित हो सकता है।

परिवहन सेवाएं: बस, टैक्सी और ऑटो की सेवाओं में रुकावट आ सकती है।

शैक्षणिक संस्थान: कुछ राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद रह सकते हैं।

सरकारी कार्यालय: कर्मचारियों की अनुपस्थिति से सरकारी कामकाज धीमा हो सकता है।

उद्योग और फैक्ट्रियाँ: कई क्षेत्रों में उत्पादन ठप होने की संभावना है।



सरकारी रुख और प्रशासन की तैयारी


अब तक केंद्र सरकार की ओर से इस हड़ताल को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, कई राज्यों में प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू करने की तैयारी की है। सुरक्षा बलों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।


जनता से अनुरोध


हड़ताल में शामिल संगठनों ने आम नागरिकों से शांतिपूर्ण सहयोग की अपील की है। उनका कहना है कि यह बंद आम जनता के हितों की रक्षा के लिए आयोजित किया जा रहा है।


निष्कर्ष


9 जुलाई 2025 को होने वाला भारत बंद, एक बड़ा मजदूर आंदोलन बनने की ओर है। सरकार की नीतियों के खिलाफ इस विरोध प्रदर्शन में भारी संख्या में श्रमिक और कर्मचारी शामिल होंगे, जिससे देशभर में जनजीवन प्रभावित हो सकता है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और आवश्यक कार्य पहले ही निपटा लें।


डीआरडीओ ने पेश किया स्वदेशी माउंटेड गन सिस्टम, सेना की ताकत में होगा जबरदस्त इजाफा!

डीआरडीओ ने पेश किया स्वदेशी माउंटेड गन सिस्टम, सेना की ताकत में होगा जबरदस्त इजाफा!


रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने सोमवार को पुणे में अपनी नई उपलब्धि, स्वदेशी माउंटेड गन सिस्टम (MGS) का सफल प्रदर्शन किया। यह उन्नत ट्रक-माउंटेड तोप प्रणाली न केवल उच्च मारक क्षमता रखती है, बल्कि आधुनिक युद्ध के परिदृश्य में सेना को तेज और सुरक्षित जवाबी हमला करने में भी सक्षम बनाएगी।

यह स्वदेशी तोपखाना प्रणाली DRDO के नेतृत्व में देश की रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों (DPSUs), अग्रणी निजी कंपनियों और प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से विकसित की गई है। भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स जैसे उद्योग इस परियोजना के प्रमुख भागीदार हैं।

आधुनिक तकनीक और युद्धक्षमता


एमजीएस को विशेष रूप से रेगिस्तानी इलाकों और दुर्गम पहाड़ों में काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह प्रणाली 155 मिमी/52 कैलिबर की तोप से लैस है, जो प्रति मिनट छह राउंड तक फायर कर सकती है। इसका निर्माण उन्नत टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) से प्रेरित है। इसमें ऑटोमैटिक गन अलाइनमेंट, इंटीग्रेटेड फायर कंट्रोल सिस्टम और 24 प्रोजेक्टाइल की ऑटोमैटिक एम्युनिशन मैनेजमेंट शामिल है।

एमजीएस को BEML द्वारा निर्मित टाट्रा 8×8 वाहन पर लगाया गया है, जो 80 किमी/घंटा तक की रफ्तार से सड़क पर और 40 किमी/घंटा तक उबड़-खाबड़ रास्तों पर चल सकता है। सात सदस्यीय चालक दल को बख्तरबंद केबिन में पूर्ण सुरक्षा मिलती है।

सटीकता और तेज तैनाती


यह माउंटेड गन सिस्टम 45 किमी तक की दूरी तक सटीकता से लक्ष्य भेद सकता है और महज 85 सेकंड में स्थान बदल सकता है, जिससे यह दुश्मन के पलटवार से बच सकता है। पोकरण और बालासोर में इसके 100 से अधिक फायरिंग परीक्षण सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं।

लागत में भी प्रभावी


‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत तैयार यह प्रणाली विदेशी विकल्पों की तुलना में काफी सस्ती है। जहां आयातित विकल्पों की कीमत करीब ₹40 करोड़ होती है, वहीं एमजीएस की अनुमानित लागत मात्र ₹15 करोड़ है। भारतीय सेना 700 से 800 यूनिट शामिल करने की योजना बना रही है, जिसमें भारत फोर्ज प्रमुख निर्माण साझेदार होगा।

वैश्विक मानकों की बराबरी


एमजीएस, फ्रांस की सीज़र और इज़राइल की एटीएमओएस जैसी वैश्विक तोप प्रणालियों के समकक्ष है। अहमदनगर के वाहन अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (VRDE) में इसका सफल प्रदर्शन आधुनिक युद्ध में भारत की आत्मनिर्भरता को नया आयाम देगा।



यूएई ने भारतीयों के लिए नामांकन-आधारित गोल्डन वीजा की शुरुआत की: अब स्थायी निवास बिना निवेश के संभव!

यूएई ने भारतीयों के लिए नामांकन-आधारित गोल्डन वीजा की शुरुआत की: अब स्थायी निवास बिना निवेश के संभव!


संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारतीय नागरिकों के लिए एक नई नामांकन-आधारित गोल्डन वीजा योजना की घोषणा की है, जो स्थायी निवास (लाइफटाइम रेजीडेंसी) प्रदान करती है — वो भी बिना किसी संपत्ति या व्यापार में निवेश के। इस योजना के तहत पात्र व्यक्ति केवल एक बार AED 1,00,000 (लगभग ₹23.3 लाख) का भुगतान करके UAE में स्थायी रूप से बस सकते हैं।

इस नई गोल्डन वीजा योजना की मुख्य बातें:

✅ जीवनभर के लिए यूएई में निवास का अधिकार

✅ कोई रियल एस्टेट या व्यापार में निवेश जरूरी नहीं

✅ सिर्फ एक बार भुगतान: AED 1,00,000

✅ योग्यता आधारित नामांकन प्रणाली

✅ विशेष रूप से पेशेवरों, उद्यमियों, कलाकारों और उच्च-प्राप्तकर्ताओं के लिए उपयुक्त


यह योजना डॉक्टरों, इंजीनियरों, आईटी पेशेवरों, शिक्षाविदों, कलाकारों और अन्य प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए UAE में करियर और जीवन का नया रास्ता खोलती है।

क्यों महत्वपूर्ण है यह बदलाव?

UAE में पहले से ही 35 लाख से अधिक भारतीय नागरिक रहते हैं। यह नया कदम दोनों देशों के बीच के आर्थिक और सामाजिक संबंधों को और मज़बूत करेगा। साथ ही यह UAE की उस सोच को दर्शाता है जिसमें वो दुनियाभर की प्रतिभाओं को आकर्षित करना चाहता है, न कि सिर्फ निवेशकों को।

आवेदन कैसे करें?

इस योजना के तहत आवेदन प्रत्यक्ष रूप से नहीं किया जा सकता, बल्कि किसी मान्यता प्राप्त संस्था या सरकारी निकाय द्वारा नामांकित होना आवश्यक है। नामांकन स्वीकृत होने के बाद, आवेदक को AED 1,00,000 की एकमुश्त राशि का भुगतान करना होगा और इसके बाद उसे स्थायी निवास अधिकार मिल जाता है।

निष्कर्ष

UAE द्वारा भारतीय नागरिकों के लिए शुरू की गई यह गोल्डन वीजा योजना एक क्रांतिकारी पहल है। यह उन भारतीयों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो बिना निवेश किए यूएई में स्थायी जीवन और करियर बनाना चाहते हैं।

इस ऐतिहासिक कदम से न केवल UAE को वैश्विक प्रतिभाओं का केंद्र बनने में मदद मिलेगी, बल्कि भारत और यूएई के रिश्ते भी और मजबूत होंगे।

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एपी ईएपीसीईटी 2025: एग्जाम डेट, पात्रता, सिलेबस और महत्वपूर्ण जानकारी!


सभी इच्छुक छात्रों के लिए एक सम्पूर्ण मार्गदर्शिका

आंध्र प्रदेश इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर और फार्मेसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (AP EAPCET) 2025 एक प्रमुख राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा है, जो आंध्र प्रदेश के इंजीनियरिंग, कृषि और फार्मेसी पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के इच्छुक छात्रों के लिए आयोजित की जाती है। यह परीक्षा जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (JNTU), काकीनाडा द्वारा APSCHE की ओर से आयोजित की जाती है।




🔹 एपी ईएपीसीईटी 2025: संभावित तिथियाँ

अधिसूचना जारी होने की तिथि: फरवरी 2025

आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत: मार्च 2025

बिना विलंब शुल्क आवेदन की अंतिम तिथि: अप्रैल 2025

हॉल टिकट जारी होना: मई 2025

परीक्षा तिथि: मई/जून 2025

परिणाम की घोषणा: जून 2025

काउंसलिंग प्रक्रिया: जुलाई 2025 से शुरू


(आधिकारिक अपडेट के लिए वेबसाइट https://cets.apsche.ap.gov.in देखें।)




🔹 पात्रता मानदंड

राष्ट्रीयता: भारतीय नागरिक या PIO/OCI कार्ड धारक

डोमिसाइल: आंध्र प्रदेश या तेलंगाना के निवासी और स्थानीय/गैर-स्थानीय स्थिति का पालन

शैक्षिक योग्यता:

इंजीनियरिंग के लिए: 10+2 में गणित, भौतिकी और रसायन

कृषि/फार्मेसी के लिए: 10+2 में जीवविज्ञान, भौतिकी और रसायन


न्यूनतम अंक: सामान्य वर्ग के लिए 45%, आरक्षित वर्ग के लिए 40%





🔹 परीक्षा पैटर्न

मोड: ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT)

समय अवधि: 3 घंटे

कुल प्रश्न: 160 (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

विषय:

इंजीनियरिंग: गणित (80), भौतिकी (40), रसायन (40)

कृषि/फार्मेसी: वनस्पति (40), प्राणी विज्ञान (40), भौतिकी (40), रसायन (40)


मार्किंग स्कीम: प्रत्येक सही उत्तर पर +1 अंक, कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं





🔹 सिलेबस का संक्षिप्त विवरण

AP EAPCET 2025 का सिलेबस आंध्र प्रदेश बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (BIEAP) द्वारा निर्धारित कक्षा 11वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम पर आधारित है। छात्रों को एनसीईआरटी या राज्य बोर्ड की पुस्तकों से गहन तैयारी करनी चाहिए।




🔹 आवेदन प्रक्रिया

1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://cets.apsche.ap.gov.in


2. पंजीकरण करें और शुल्क का भुगतान करें


3. आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें


4. पुष्टि पृष्ठ डाउनलोड करें






🔹 परिणाम और काउंसलिंग

परीक्षा परिणाम वेबसाइट पर घोषित किए जाएंगे। इसके बाद काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें छात्र अपनी रैंक और उपलब्ध सीटों के आधार पर कॉलेज व कोर्स का चयन कर सकेंगे।




🔹 निष्कर्ष

AP EAPCET 2025 आंध्र प्रदेश के शीर्ष प्रोफेशनल कॉलेजों में प्रवेश का एक सुनहरा अवसर है। छात्र समय रहते तैयारी शुरू करें, मॉक टेस्ट दें और आधिकारिक अपडेट पर नज़र बनाए रखें।

अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक पोर्टल पर जाएं:
👉 https://cets.apsche.ap.gov.in