
रामलिंगा रेड्डी, कर्नाटक के एक वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता हैं, जिन्होंने अपने चार दशक लंबे राजनीतिक जीवन में कई अहम जिम्मेदारियाँ निभाई हैं। उनका जन्म 12 जून 1953 को बेंगलुरु में हुआ था।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
रेड्डी ने बेंगलुरु विश्वविद्यालय से विज्ञान (B.Sc.) में स्नातक किया और बाद में कानून की पढ़ाई की। युवा अवस्था से ही उनमें जनसेवा और राजनीति के प्रति रुचि दिखाई देने लगी थी।
राजनीतिक सफर
उन्होंने 1989 में जयनगर सीट से पहली बार विधायक के रूप में विधानसभा में प्रवेश किया। बाद में, जब BTM लेआउट निर्वाचन क्षेत्र का गठन हुआ, तब से वह लगातार वहीं से जीतते आ रहे हैं।
रामलिंगा रेड्डी ने विभिन्न विभागों में मंत्री पद संभाला है, जिनमें प्रमुख हैं:
खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री (2002–2004)
प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा मंत्री (2004–2006)
परिवहन मंत्री (2013–2017, फिर से 2023 से)
गृहमंत्री (2017–2018)
वर्तमान में वे कर्नाटक राज्य कांग्रेस समिति के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं, जो उनके संगठनात्मक कौशल को दर्शाता है।
जनहित और नेतृत्व
रेड्डी अपने स्पष्टवादी रवैये और कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई बार पार्टी के अंदरूनी निर्णयों पर भी सार्वजनिक टिप्पणी की है। इसके बावजूद, उनकी प्रशासनिक दक्षता को कांग्रेस नेतृत्व ने हमेशा महत्व दिया है।
एक मंत्री के तौर पर उन्होंने परिवहन व्यवस्था में सुधार, कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। पुलिस थानों के औचक निरीक्षण और सरकारी योजनाओं की निगरानी के लिए उनकी सक्रियता चर्चा में रही है।
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निष्कर्ष
रामलिंगा रेड्डी एक अनुभवी, ईमानदार और जमीनी नेता हैं, जिनका कर्नाटक की राजनीति में महत्त्वपूर्ण योगदान है। उनकी नेतृत्व क्षमता और जनसेवा के प्रति समर्पण उन्हें प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में एक मजबूत स्तंभ बनाते हैं।
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